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घरेलू हिंसा

                          घरेलू हिंसा    घरेलू हिंसा नाम से ही अपने हिंसात्मक रूप को परिभाषित करती सी नजर आती है। आख़िर क्या है इसका अर्थ? घरेलू हिंसा शब्द का प्रयोग प्रायः विवाह के पश्चात जीवन साथी के साथ हिंसात्मक व्यवहार के लिए किया जाता है जिसमें एक अथवा दोनों संगी इसका शिकार होते हैं। घरेलू हिंसा के कई पहलू हैं। यह आज के समाज में अपने विभिन्न रूपों में पैर पसार चुकी है। घरेलू हिंसा शारीरिक, मौखिक, भावनात्मक, आर्थिक तथा यौन शोषण जैसे रूपों में आज के समाज को अपनी चपेट में ले चुकी है। इन सभी चरेलु हिंसाओं में मारपीट, बलात्कार तथा मानसिक प्रताड़नाओं के जरिए साथी को शिकार बनाया जाता है। परिणामस्वरूप या तो वह पीड़ित खुद खुशी कर लेता है या अपना मानसिक संतुलन खो बैठता है। कई मामलों में तो इसका दुष्प्रभाव यह तक भी होता है कि पीड़ित की मृत्यु हो जाती है। घरेलू हिंसा का शिकार कौन? घरेलू हिंसा की बात शुरू होते ही मस्तिष्क में एक ही प्रश्न अपनी कौंध छोड़ता है कि आखिर समाज का वह कौन सा वर्ग है जो इस हिंसा का सर्वाधिक श...